मैं आज भी खड़ा वहीं,गई थी जहाँ तू छोड़
आना नहीं अब तुझे,जाना नहीं अब मुझे
तू शुकून है मेरा,जुनून भी है तू मेरा
रूह है तू मेरी,जान हूँ मैं तेरा
ग़लत हूँ मैं नहीं,पर लगता मैं क्यूँ ग़लत
क्या करूँ मैं तू बता,लगूँ मैं तुझे सही
तलाश हैं मुझे तेरी,तू है कहाँ ये बता
ना बता तू हैं कहाँ’मैं ढूँढ लूँ सारा जहाँ